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रास्ता – हमारी अपनी जीत का , मन में हो विश्वास बनाम आत्मविश्वास

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रास्ता हमारी जीत का

रास्ता हमारी जीत का

                                                  रास्ता – हमारी अपनी जीत का

                                                                            लेखिका -मधु त्यागी   

 

                                एक सामान्य व्यक्ति  सोचता है कि  हमारे भाग्य में जो लिखा है , वही हमें मिलता है। हमारे साथ अच्छा-बुरा जो हो रहा है,वह सब ईश्वर की इच्छा से हो रहा है।पर यह सच नहीं है,हम इस सच से अनजान हैं कि हमारे भाग्य का निर्माता कोई और नहीं अपितु हम स्वयं हैं,अपनी ज़िन्दगी के  रचनाकार हम स्वयं हैं , हमारी ज़िन्दगी की कहानी कोई दूसरा नहीं लिख सकता । ऐसी कोई शक्ति नहीं, जो हमारे जीवन का उद्देश्य निर्धारित करे,जो यह निश्चित करे कि हमें क्या बनना है ? हमारी ज़िन्दगी वैसी ही होती है जैसी हम चाहते हैं ।

चाहने की , इच्छा शक्ति की ऊर्जा हमारे अपने पास है और जो हमारे अपने पास है उसका संचालन कोई दूसरा कैसे कर सकता है ? आप सोच रहे होंगे कि बुरी ज़िन्दगी कौन चाहता है,दुःख कौन चाहता है , ज़िन्दगी में तनाव कौन चाहता है ? अतीत के कपट खोलकर,एक नज़र गुज़रे हुए कल पर डालिए,चाहा तो सब कुछ अच्छा था आपने ,पर वो सब मिला नहीं ,जो मिला वह सब आपकी चाहत के बिल्कुल विपरीत था ,क्यों ? यह सच है कि चाहा तो सब अच्छा ही था,पर हर पल सोचा उसके बारे में जो आप नहीं चाहते थे,इसीलिए आपको वही मिला जो आप नहीं चाहते थे ।  

                       हमारी सोच में ,हमारे विचारों में , हममें ऊर्जा है और  जिसके बारे में हम  सोचेंगे ऊर्जा उसी को हमारी  ओर आकर्षित करेगी,उसे हमारे पास खींचकर लाएगी।अपनी ऊर्जा शक्ति को पहचानिए, अपने आपको स्थिर करिए ,  ध्यान सिर्फ उस ओर लगाइए जो आपको चाहिए।उसके बारे में मत सोचिए जो आप नहीं चाहते।

आपकी चाहत का जादू असर दिखाएगा ,आपके पास वो सब होगा जो आपको चाहिए और देखते ही देखते अनचाही चीज़ों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा जैसे वो कभी थी ही नहीं।वास्तविकता यह है कि  जो हम चाहते हैं ,वो सब हमारे आस -पास है , ज़रूरत है तो सिर्फ चाहत की , उन्हें पाने की इच्छा हममें होनी चाहिए,संकल्प होना चाहिए। इसके विपरीत होता यह है कि जो हम नहीं चाहते ,हम हर पल सिर्फ उसी के बारे में सोचते हैं और इसीलिए हमें वही मिलता है जो हम नहीं चाहते। जो हम चाहते हैं वो सब हमें मिले भी क्यों ,उसके बारे में तो हम सोच ही नहीं रहे ।

                                             आपके भाग्य की कलम आपके अपने हाथ में है ,आपको स्वयं निश्चित करना है कि आप क्या चाहते हैं ? उन चीज़ों की कल्पना कीजिए  , सपने देखिए , स्वयं पर विश्वास कीजिए कि आप उन चीज़ों के हक़दार हैं , उन चीज़ों पर आपका अधिकार है । आपकी सोच, आपकी चाहत की ऊर्जा शक्ति उन सब चीज़ों को आपकी ओर आकर्षित करेगी और  वो सब आपकी झोली में होगा, जो आप चाहते हैं ।

आकर्षण का सिद्धांत भी यही कहता है कि आप जो सोचते हैं वही पाते हैं इसलिए सिर्फ उसी के बारे में सोचिए जो आप चाहते हैं, उसके बारे में बिलकुल ना सोचें जो आप नहीं चाहते । सारी ऊर्जा शक्ति आपके अपने अंदर विद्यमान है इसलिए आपके नियंत्रण में है ,आवश्यकता है सिर्फ अपनी ऊर्जा शक्ति को पहचानने की , अपनी इच्छाओं को जानने की,अपने सपनो को साकार करने के दृढ़ संकल्प की । यही एकमात्र रास्ता है आपकी अपनी जीत का ।

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विडीओ – क़हानी ‘पतंग’

 

                                                     मन में हो विश्वास बनाम आत्मविश्वास

                                                                                   लेखिका -मधु त्यागी   

 

                                      सभी को यह विश्वास है कि प्रत्येक रात के बाद सुबह होगी, अंधकार के बाद रोशनी अवश्य होगी। उसी प्रकार अपने मन में यह विश्वास  रखना भी ज़रूरी है कि वर्तमान स्थिति में भी अवश्य परिवर्तन होगा। जो व्यक्ति महान कार्य करते है और प्रसिद्धि प्राप्त करते हैं, उनमें और एक साधारण व्यक्ति में केवल सोच का अंतर होता है। महान व्यक्तियों की सोच सकारात्मक होती है, वे अपने मन में नकारात्मक विचारों को पनपने ही नहीं देते, उनकी संकल्प शक्ति अद्भुत होती है। उन्हें स्वयं पर, अपनी योग्यता पर दृढ़ विश्वास होता है।

आत्मविश्वास द्वारा सफलता के हज़ारों द्वार खुल जाते हैं, आत्मविश्वास में सृजन की अद्भुत शक्ति है। नव निर्माण और नई ऊॅंचाईयों की प्राप्ति केवल आत्मविश्वास के द्वारा ही संभव है।आत्मविश्वासहीन व्यक्ति जीवन में कभी सफलता प्राप्त नहीं कर सकता। वास्तव में सफलता हमारे विश्वास में ही निहित है, मनुष्य का जीवन उसके स्वयं के विश्वास के अनुकुल ही बनता है।

                                अगर मन में संदेह, आशंका और दुर्बल विचार उत्पन्न होंगे तो सफलता का मार्ग भी अवरूद्ध होगा ही। रामकुष्ण परमहंस जी ने भी कहा है -˝ जिसके पास विश्वास है, उसके पास सब कुछ है, जिसके पास विश्वास नहीं, उसके पास पास कुछ नहीं। ईश्वर के नाम पर विश्वास हो तो असंभव भी संभव हो जाता है, विश्वास ही जीवन है और अविश्वास मृत्यु।˝ अगर स्वयं पर विश्वास ना हो तो ईश्वर भी मदद नहीं सकता इसलिए सफलता प्राप्ति के लिए हर कदम पर स्वयं पर भरोसा अर्थात आत्मविश्वास होना बहुत ज़रूरी है।

स्वयं पर अविश्वास का अर्थ है अपनी क्षमताओं पर संदेह करना और अपनी क्षमताओं पर संदेह का अर्थ है अपने मन में नकारात्मक विचारों को , भय को स्थान देना। नकारात्मक विचार, भय पतन का कारण बनते हैं। इतिहास गवाह है कि जिसके पास आत्मविश्वास था केवल वही विजय का हक़दार बना  और जिसके पास आत्मविश्वास नहीं था  उसके हिस्से आई मृत्यु  समान असफलता । मन में विश्वास अर्थात् आत्मविश्वास द्वारा बड़ी से बड़ी विपत्ति का सामना किया जा सकता है ।

                         आत्मविश्वास की कमी मनुष्य को निर्बल, लाचार बना देती है। आत्मविश्वास वास्तव में एक विचार है, एक सोच है।किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए सबसे पहले ये सोचें (और चाहे तो कहीं सामने लिखकर लगा ले कि  रोज़ -रोज़ आप उसे देख पाएँ और पढ़ पाएँ ) कि मैं प्रभु की सर्वोत्कृष्ट रचना हूँ, मैं सफलता का साकार रूप हूँ ,सफलता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, मैं साहस हूँ ,उत्साह हूँ ,उत्साह का स्वरूप हूँ,  शक्तिपुंज हूँ, बल हूँ ,मैं धन संपन्न हूँ, वह सब कुछ मुझे विरासत में मिला हैं जिसकी ज़रूरत मुझे ज़रूरत है। सफलता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, मैं निश्चित रूप से सफलता प्राप्त करूँगी/करूँगा ,जो मैं चाहूँगी/चाहूँगा  वह मुझे अवश्य प्राप्त होगा।

जो व्यक्ति मेरे संपर्क में हैं , जिनसे किसी न किसी रूप में मेरा सम्बन्ध है , जो मेरे आस -पास हैं , वे सभी संसार के सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति हैं । मैं वैसी/वैसा ही हूँ , जैसा मुझे होना चाहिए । इसी विश्वास से आपके काम करने का उत्साह, शक्ति  गुना बढ़ जाएगा। जिसके पास विश्वास है , उसके पास सबकुछ है । मन में विश्वास हो तो असंभव भी संभव हो जाता है ।

वास्तव में विश्वास ही जीवन है, अपने मन में थोड़े से भी संदेह को स्थान देना असफलता को निमंत्रण देना है ।अपने मन में यह विश्वास रखें और हमेशा यह सोचें की आपका जन्म प्रसन्न रहने के लिए हुआ है , स्वयं प्रसन्न रहना और दूसरों को प्रसन्न रखना आपका आपके जीवन का उद्देश्य है। यह सोचने के बाद, जब भी आप किसी चीज़ को पाने का निश्चय करेंगे तो उसे प्राप्त करने से आपको कोई नहीं रोक पाएगा क्योंकि आपका विश्वास , दृढ़ निश्चय  मेरे सहायक बनकर हमेशा मेरे साथ खड़े रहते हैं । 

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विडीओ – क़हानी ‘पतंग ‘

 

 

 

 

  

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3 thoughts on “रास्ता – हमारी अपनी जीत का , मन में हो विश्वास बनाम आत्मविश्वास

  1. जीत का एकमात्र उत्तम मार्ग |
    हमारी दृढ इच्छाशक्ति हमारे सपनों को साकार करती है |
    बहुत खूब लिखा है |

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