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Term II , Sample Paper 2

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                                       प्रतिदर्श प्रश्नपत्र – 2 द्वितीय सत्र 2021-22Term 2 Sample Paper                                                               विषय हिंदी बी

                                                                कोड -085                 

                                                                कक्षा दसवीं

 

समय:2 घंटे                                                  पूर्णांक – 40

 

सामान्य निर्देश :

* इस प्रश्न पत्र में कुल 2 खंड है – खंड का और खंड ख

* खंड का में कुल 3 प्रश्न हैं दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए इनके उत्तर दीजिए।

* खंड खंड में कुल 5 प्रश्न हैं दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए इनके उत्तर दीजिए।

* कुल प्रश्नों की संख्या 8 है।

* प्रत्येक प्रश्न को ध्यान पूर्व पढ़ते हुए यथासंभव क्रमानुसार उत्तर लिखें।

विडीओ – Sample Paper 1 ,Term II

 

                            खंड क

 

प्रश्न 1 – निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 25 से 30 शब्दों में दीजिए।  (2×2=4)

(क) कविता में कवि ने दधीचि ,कर्ण और महात्मा बुद्ध आदि महान व्यक्तियों के द्वारा हमें क्या बोध करवाने का प्रयास किया है और वही मार्ग अपनाने के लिए क्यों प्रेरित किया है ?

 

(ख) था इंद्र खेलता इंद्रजाल के माध्यम प्रकृति में हो रहे परिवर्तनों का ज़िम्मेदार

   किसे और क्यों ठहरा रहे हैं?

 

(ग) कारतूस एकांकी और कर चले हम फ़िदा कविता में वज़ीर अली और सैनिकों के कथनों में आपको क्या अंतर और समानता नज़र आती है? अपने शब्दों में उत्तर लिखिए।

प्रश्न 2 – निम्नलिखित दो प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 60 से 70 शब्दों में दीजिए।                                 (4×1=4)

(क) ‘प्रतिस्पर्धा के युग में लोग अनेक रुग्ण मनोवृतियों के शिकार बन रहे हैं।भागकर आगे निकलने के प्रयास में मानसिक तनाव बढ़ जाता है और व्यक्ति मानसिक रोगों के शिकार हो जाता।‘

झेन की देन पाठ के आलोक में  कथन की समीक्षा कीजिए और अपना सुझाव दीजिए कि मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए क्या करना चाहिए था?

 

अथवा

 

(ख)  भारत में हमें अपने विचार व्यक्त करने की पूर्ण स्वतंत्रता है । हमारे विचारों का विरोध भी हो सकता है।  मत -मतांतर ,पक्ष – विपक्ष होना स्वतंत्र और सशक्त लोकतंत्र का परिचायक है। यह सबका अपना व्यक्तिग़त निर्णय कि वह  किसी के विचारों से सहमत होता है या उसका विरोध करता है।यदि कोई आपके विचारों से असहमत होकर, आपके मत को अस्वीकार करता है तो कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।

 

   विरुद्धवाद बुद्ध का दया प्रवाह में बहा ”  वर्तमान समय में क्या यह भाव सार्थक हो सकता है? ‘मनुष्यताकविता के आधार पर सस्पष्ट कीजिए। क्या आप इस बात से सहमत हैं अपने विचार प्रकट कीजिए।

 

 

प्रश्न 3 – पूरक पाठ्यपुस्तक संचयन के किन्हीं तीन प्रश्नों में से दो के उत्तर दीजिए-                                        (3×2=6)

(क) ‘ हरिहर काका ‘ पाठ में लेखक ने बताया है कि गाँव की ठाकुरबारी का विकास जिस गति से हुआ , वैसा किसी और क्षेत्र में नहीं हुआ। यदि गाँव में अन्य चीज़ों का भी विकास हुआ होता तो शायद हरिहर काका को वैसी दुर्गति नहीं झेलनी पड़ती। जैसे स्कूल, अस्पताल, वृद्धाआश्रम आदि। हरिहर काका की दुर्गति के ज़िम्मेदार सिर्फ महंत और भाई ही नही थे, गांव के लोगों का नज़रिया भी था, इस विषय पर टिप्पणी लिखिए।

 

(ख) ‘ सपनों के से दिन ‘ पाठ के लेखक ने विस्तार से बताया है कि वे अपनी गर्मी की छुट्टियाँ किस प्रकार बिताते थे। क्या उनका तरीका सही था? तर्कसहित उत्तर लिखिए। किसी कार्य को सफलता पूर्वक करने हेतु समय प्रबंधन और पूर्व योजना बहुत आवश्यक टिप्पणी कीजिए।

  

(ग) यह नामों का चक्कर भी अजीब होता है। उर्दू और हिंदी एक ही भाषा हिंदी के दो नाम हैं परंतु आप खुद देख लीजिए कि नाम बदल जाने से कैसे – कैसे घपले हो रहे हैं। नाम कृष्ण हो तो उसे अवतार कहते हैं और मोहम्मद हो तो उसे पैगंबर कहते हैं।

 

प्रश्न : उर्दू और हिंदी को हिंदवी के दो  नाम क्यों कहा गया है ? दोनों भाषाओं की समानता ,विषमता और आवश्यकता पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।

 

 

                      खंड ख (लेखन)

प्रश्न 4 – निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर संकेत बिंदुओं के आधार पर लगभग 150 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए –                      (6अंक)

 

  1. पराधीनता एक अभिशाप

* पराधीनता का अर्थ

*पराधीनता से होने वाली हानियां

*स्वाधीनता से लाभ

 

 

  1. परिश्रम का महत्त्व

*परिश्रम का अर्थ

*परिश्रम से सफलता और विकास

*अकर्मण्यता

*निष्कर्ष  

 

  1. युवाओं में भटकाव

*कारण

* सही मार्ग दर्शन की आवश्यकता

*कारणों का निवारण

          

प्रश्न 5 – आपने अपने विद्यालय में सबसे अधिक अंक प्राप्त किए हैं। इसलिए अपने प्रधानाचार्य को 120 शब्दों में पत्र लिखकर निवेदन करें कि विद्यालय के नियमानुसार आपको छात्रवृत्ति दी जाए।                       (5अंक)

                                             

                     अथवा

 

 आपके इलाके में घर के आस -पास पार्क में कई अनाधिकृत खोंमचेवालों ने डेरा दाल  लिया है । उन्हें हटाने के लिए नगर निगम के अधिकारी को 120 शब्दों में पत्र लिखिए ।   

 

प्रश्न 6 (क)- खेल विभागाध्यक्ष की ओर से विद्यालय की क्रिकेट टीम के चयन  हेतु आयोजित होने वाले शिविर से संबन्धित  50 शब्दों में एक सूचना तैयार कीजिए ।                                           (2.5 अंक)

                                                                          

                      अथवा

 

 पुस्तक प्रदर्शिनी में विद्यार्थियों को आमंत्रित के लिए प्रधानाचार्य की ओर से 50 शब्दों में एक सूचना तैयार कीजिए ।   

 

 

(ख) विद्यालय के वार्षिकोत्सव के संयोजक की ओर से पूर्ण जानकारी देते हुए सभी विद्यार्थियों के लिए लगभग 50 शब्दों में एक सूचना तैयार कीजिए ।                                                     (2.5 अंक)

                             अथवा

 

 विद्यालय के सूचनापट्ट पर खेल अधीक्षक द्वारा शतरंज टूर्नामेंट की जानकारी देते हुए 50 शब्दों में एक सूचना लिखकर लगाइए।

 

प्रश्न 7 – (क) वीणा संगीत कला केंद्र के प्रचार-प्रसार हेतु 50 शब्दों में एक

 विज्ञापन तैयार कीजिए।                        (2.5 अंक)

 

                             अथवा

 

  ऊनी वस्त्रों की सेल हेतु 50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए|

 

(ख) सोहन मेडिकल्स मास्क व सैनिटाइजर बेचने वाली कंपनी के लिए एक  

  50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए।         (2.5 अंक)

                   

                          अथवा

 

   विद्यालय के ‘रंगायन मंच’ द्वारा प्रस्तुत आधे-अधूरे नाटक के बारे में (नाम, पत्र, दिन, समय, टिकट आदि की) सूचना देते हुए लगभग 50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए।

 

प्रश्न 8 – निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर 120 शब्दों में एक लघुकथा लिखिए।                                              (5अंक)

 अभ्यास की शक्ति   

                                अथवा

बिना विचारे जो करे सो पाछे पछताय

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                       समाधान पत्र

 

                            खंड क

 

 

उत्तर 1 (क) – कविता में कवि ने दधीचि ,कर्ण और महात्मा बुद्ध आदि महान व्यक्तियों के द्वारा हमें त्याग और परोपकार जैसे मूल्यों का बोध करवाने का प्रयास किया है। कवि ने बताना चाहा है कि इन दानवीरों और परोपकारियों का जीवन परोपकार और त्याग से भरपूर था। वही मार्ग अपनाने के लिए इसलिए प्रेरित किया है क्योंकि कवि चाहता है कि  मनुष्य,उक्त महापुरुषों की तरह अनूठे कार्य करके मानवता की रक्षा करे और त्याग एवं परोपकार करके मनुष्यता को क़ायम रखे।

 

उत्तर 1 (ख)  – था इंद्र खेलता इंद्रजाल के माध्यम से कवि प्रकृति में हो रहे परिवर्तनों का ज़िम्मेदार भगवान इन्द्र को ठहरा रहे हैं और इसलिए ठहरा रहे हैं क्योंकि भगवान इन्द्र को वर्षा ऋतु का देवता माना जाता हैं। इन्द्र बादलों के याँ में बैठकर इंद्रजाल अर्थात् माया की लीला दिखा रहे हैं।

उत्तर 1 (ग)  – कर चले हम फ़िदा कविता और कारतूस एकांकी’  में वज़ीर अली और सैनिकों के कथनों में समानता यह है की दोनों में ही वीरता, साहस, देशभक्ति और जाँबाज़ी का भाव प्रदर्शित हो रहा है और अंतर यह है कि कारतूस क़हानी में अकेला वज़ीर अली मुट्ठीभर सिपाहियों के साथ, अंग्रेजों की ताकतवर सेना के मुक़ाबले के लिए तैयार है और कर चले हम फ़िदा कविता में दुश्मनों का मुक़ाबला करने के लिए देश की पूरी सेना है।

 

उत्तर 2 (क)  – प्रतिस्पर्धा ………..शिकार हो जाता है। उपरोक्त कथन पूर्णतः सत्य है  अत्यधिक सुख सुविधाएं पाने की लालसा, भौतिकवादी सोच और विकसित बनने की चाहत ने व्यक्ति की जिंदगी की गतिशीलता में वृद्धि की है।  आधुनिक जीवनशैली अपनाने के लिए लोगों की जिंदगी में भी भागमभाग मची हुई है। लोगों के पास अपने लिए भी समय नहीं बचा है। चलने की जगह दौड़ रहे हैं बोलने की जगह बक रही है और इसे भी दो कदम आगे बढ़कर मनोरोगी होने लगे हैं। भूतकाल एवं भविष्यत् काल के मिथ्या होने को समझकर सहजता से जीते हुए कर्मरत रहकर, तनवरहित होकर स्वस्थ जीवन व्यतीत करके मानसिक संतुलन बनाकर जीया जा सकता है।

 

उत्तर 2 (ख) –विरुद्धवाद बुद्ध का दया प्रवाह में बहा अर्थात् बुद्ध ने कब मानवता की भलाई हेतु कार्य किए और लोगों के साथ दयालुतापूर्ण व्यवहार किया तो जो उनका विरोध कर रहे थे वह सब भी उनके अनुयायी हो गए। वर्तमान में यह भाव पूर्णतः सार्थक हो सकता है और हम इस बात से पूर्णतः सहमत हैं क्योंकि वर्तमान समय में भी इस तरह का विरोध दया प्रवाह में बह सकता है।वास्तव में दयालु वही है जो दूसरों की भलाई में लगा रहता है और दूसरों की भलाई के लिए जीने -मारने वाले ही सच्चे मनुष्य होते हैं।

 

प्रश्न 3 – पूरक पाठ्यपुस्तक संचयन के किन्हीं तीन प्रश्नों में से दो के उत्तर दीजिए-

                                                        (3×2=6)

(क) ‘ हरिहर काका ‘ पाठ में लेखक ने बताया है कि गाँव की ठाकुरबारी का विकास जिस गति से हुआ , वैसा किसी और क्षेत्र में नहीं हुआ। यदि गाँव में अन्य चीज़ों का भी विकास हुआ होता तो शायद हरिहर काका को वैसी दुर्गति नहीं झेलनी पड़ती। जैसे स्कूल, अस्पताल, वृद्धाआश्रम आदि। हरिहर काका की दुर्गति के ज़िम्मेदार सिर्फ महंत और भाई ही नही थे, गाँव के लोगों का नज़रिया भी था, इस विषय पर टिप्पणी लिखिए।

 

उत्तर3(क)  – यदि गाँव में अन्य चीज़ों का भी विकास हुआ होता, गाँव में स्कूल, अस्पताल, वृद्धाआश्रम आदि होते तो शायद हरिहर काका को वैसी दुर्गति नहीं झेलनी पड़ती लेकिन हरिहर काका की दुर्गति के ज़िम्मेदार सिर्फ महंत और भाई ही नही थे, गाँव के लोगों का नज़रिया भी था क्योंकि गाँव कि लोग निरक्षर थे, अंधविश्वासी थे। वे भी यही मानते थे कि हरिहर काका को अपनी ज़मीन अपने भाइयों के नाम कर देनी चाहिए क्योंकि उनके साथ खून का रिश्ता है या ठाकुरबाड़ी के नाम कर देनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से उन्हें स्वर्ग की प्राप्ति होगी। अगर गाँव के लोग साक्षर होते और नज़रिया सही होता तो हरिहर काका की दुर्गति न होती।

 

 

उत्तर 3 (ख) – लेखक अपनी गर्मी की छुट्टियाँ किस प्रकार बिताते थे उनका तरीका बिलकुल सही नही था। किसी कार्य को सफलता पूर्वक करने हेतु समय प्रबंधन और पूर्व योजना बनानी अतिआवश्यक हैं। किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए संतुलन बनाना बहुत ज़रूरी है, विद्यार्थियों को खेलकूद और पढ़ाई में संतुलन बनाना चाहिए। समय प्रबंधन और पूर्व योजना के द्वारा ही हम अपने कार्यों की निश्चित समय में पूरा कर सकते हैं। अगर लेखक भी छुट्टियाँ शुरू होने  से पहले ही अपने खेलकूद और ग्रीष्मावकाशकार्य की एक संतुलित योजना बना लेते और समय प्रबंधन के अनुसार कार्य करते तो उन्हें मास्टरों की मार न खानी पड़ती।

 

उत्तर 3(ग) – उर्दू और हिंदी को हिंदवी के दो नाम इसलिए कहा गया है क्योंकि है। नाम, लिपि और शैली भेद के अलावा दोनों एक ही भाषा हैं।

उर्दू और हिंदी भारत में बोली जाने वाली दो प्रमुख भाषाएँ हैं। दोनों ही भाषाओं की सामान्य शब्दावली भी काफ़ी हद तक समान है।उर्दू और हिन्दी का व्याकरण भी लगभग समान ही है, उनके सर्वनाम और करियापद एक ही हैं।

समानता के साथ साथ दोनों भाषाओं में विषमता भी है, हिंदी में संस्कृत शब्दों की अधिकता है जबकि उर्दू में फ़ारसी और अरबी शब्दों की। हिंदी मुख्यतः देवनागरी लिपि में लिखी जाती है जबकि उर्दू की लिपि फ़ारसी 

 

 

                      खंड ख (लेखन)

प्रश्न 4 – निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर संकेत बिंदुओं के आधार पर लगभग 150 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए –                      (6अंक)

उत्तर –   भूमिका – 1

      विषयवस्तु – 4

           भाषा – 1

 

प्रश्न 5 – आपने अपने विद्यालय में सबसे अधिक अंक प्राप्त किए हैं। इसलिए अपने प्रधानाचार्य को 120 शब्दों में पत्र लिखकर निवेदन करें कि विद्यालय के नियमानुसार आपको छात्रवृत्ति दी जाए।                       (5अंक)

 उत्तर –आरंभ और अंत की औपचारिकताएं – 1

                         विषयवस्तु – 3

                             भाषा – 1

                                         

प्रश्न 6 (क)- खेल विभागाध्यक्ष की ओर से विद्यालय की क्रिकेट टीम के चयन  हेतु आयोजित होने वाले शिविर से संबन्धित  50 शब्दों में एक सूचना तैयार कीजिए ।                                           (2.5 अंक)

उत्तर – औपचारिकताएँ – 1/2

          विषयवस्तु – 1+1/2

              भाषा – 1/2

                                                                          

प्रश्न 7 – (क) वीणा संगीत कला केंद्र के प्रचार-प्रसार हेतु 50 शब्दों में एक

 विज्ञापन तैयार कीजिए।                       (2.5 अंक)

उत्तर – विषयवस्तु – 1

         प्रस्तुति – 1

           भाषा – 1/2

 

प्रश्न 8 – निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर 120 शब्दों में एक लघुकथा लिखिए।                                              (5अंक)

उत्तर –  विषयवस्तु – 2

         प्रस्तुति – 2

          भाषा – 1

 

 

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