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Topi Shukla , Prashnottar

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टोपी शुक्ला

टोपी शुक्ला

     

टोपी शुक्ला
टोपी शुक्ला

                   

                                                             

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प्रश्न 1– इफ़्फ़न टोपी शुक्ला की कहानी का महत्वपूर्ण हिस्सा किस तरह से है?

उत्तर – शुक्ला की कहानी का अभिन्न एवं महत्वपूर्ण हिस्सा है, दोनों को अलग-अलग नहीं देखा जा सकता क्योंकि इफ़्फ़न के बिना टोपी शुक्ला का जीवन अधूरा है। इफ़्फ़न और टोपी के जीवन का विकास अलग-अलग तरीके से हुआ परंतु इफ़्फ़न के बिना कहानी अधूरी होती।

इफ़्फ़न के बिना टोपी की कहानी को समझा ही नहीं जा सकता।अगर इफ़्फ़न ना होता तो टोपी शुक्ला कहानी भी नहीं होती। दोनों अलग  मजहब के होते हुए भी एक दूसरे से अटूट रूप से जुड़े हुए थे।

 

प्रश्न 2– इफ़्फ़न की दादी अपने पीहर क्यों जाना चाहती थी?

उत्तर – इफ़्फ़न की दादी अपने पीहर इसलिए जाना चाहती थी क्योंकि वह जमींदार परिवार से थीं लेकिन उनका विवाह एक मौलवी से हुआ था। अपने मायके में रहते हुए उन्होंने अपनी मर्जी और खूब आज़ादी से खाया-पिया था। पति के घर आकर उनकी स्वतंत्रता छीन-सी गई थी।

मायके में असामियों के घर से दूध-घी की जो हंडिया आती थी , पति के घर आकर उनके लिए तरसना पड़ा। पीहर जाने पर उन्हें आज़ादी महसूस होती थी ,वे अपनी सारी इच्छाएँ नहीं पूरी कर पाती थी इसलिए  उनका मन हर समय पीहर जाने को करता था।

 

 

प्रश्न 3– इफ़्फ़न की दादी अपने बेटे की शादी में गाने बजाने की इच्छा पूरी क्यों नहीं कर पाई?

उत्तर – इफ़्फ़न की दादी अपने बेटे की शादी में गाने बजाने की इच्छा पूरी  इसलिए नहीं कर पाई क्योंकि दादी का विवाह एक कट्टर मौलवी परिवार में हुआ था। मौलवी साहब अपने रीती- रिवाजों को अत्यंत महत्व देते थे। दादी अपने बेटे की शादी में गाना बजाना चाहती थी क्योंकि उन्होंने अपने गाँव में हिंदू परिवारों में शादी- विवाह के अवसर पर गाने-बजाने व मौज-मस्ती को देखा था।

वह भी अपनी इच्छा पूरी करना चाहती थी किंतु मौलवियों के घर में गाने- बजाने पर पाबंदी होती है इसलिए उनकी इच्छा अंदर ही दबकर रह गई। कुछ समय पश्चात इफ़्फ़न के पैदा होने पर उन्होंने नाच- गाकर अपने दिल की इच्छा पूरी की क्योंकि तब तक  मौलवी साहब का देहांत हो चुका था।

 

प्रश्न 4– ‘अम्मी’ शब्द पर टोपी के घरवालों की क्या प्रतिक्रिया हुई?

उत्तर –‘अम्मी’ शब्द पर टोपी के घरवालों की प्रतिकूल प्रतिक्रिया हुई। अम्मी शब्द सुनते ही परिवार वालों के होश उड़ गए और घर में कोहराम मच गया। टोपी शुक्ला के परिवार वाले आधुनिक होने के साथ- साथ कट्टर हिंदू भी थे इसलिए सबकी नज़रें अचानक टोपी के चेहरे पर अटक गई कि अपनी संस्कृति और धर्म के विपरीत टोपी यह शब्द कैसे प्रयोग कर रहा है?

टोपी की दादी ने उसे खूब डाँटा और माँ ने उसकी पिटाई की, उन्हें अपनी परंपराओं की दीवार हिलती नजर आ रही थी। परिवार वाले टोपी पर अत्यंत क्रोधित हुए।

 

प्रश्न 5 – दस अक्टूबर सन् पैंतालीस का दिन टोपी के जीवन में क्या महत्व रखता है?

उत्तर – दस अक्टूबर सन् पैंतालीस का दिन टोपी के जीवन में विशेष महत्व रखता है। इसी दिन उसके सबसे प्रिय मित्र इफ़्फ़न के पिता का तबादला मुरादाबाद हो गया था, इफ़्फ़न की दादी की मृत्यु के कारण टोपी पहले ही दुखी था और तबादले की बात सुनकर टोपी और अधिक दुखी हो गया।

उसने इस दिन प्रतिज्ञा ली कि अब वह  ऐसे किसी लड़के से दोस्ती नहीं करेगा जिसके पिता की नौकरी तबादले वाली हो।

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प्रश्न 6 – टोपी ने इफ़्फ़न से दादी बदलने की बात क्यों कही?

उत्तर –टोपी की दादी कठोर एवं अनुशासन प्रिय थीं उनका स्वभाव अच्छा नहीं था, वे नहीं चाहती थीं  कि टोपी इफ़्फ़न के घर आए-जाए या उसकी बोली सीखें। वे टोपी की भावनाओं की भी परवाह नहीं करती थी, टोपी को उनमें अपनापन नजर नहीं आता था इसलिए टोपी को अपनी दादी अच्छी नहीं लगती थी।

इसके विपरीत इफ़्फ़न की दादी की भाषा, उनकी कहानियाँ, उनके पास रहना, उनसे बात करना, उनका स्वभाव, टोपी को सब अच्छा लगता था। वे नरम स्वभाव की थीं , वे इफ़्फ़न को ही नहीं टोपी को भी स्नेह देती थी । टोपी ने दादी का असली रूप इफ़्फ़न दादी में ही देखा था उसे इफ़्फ़न की दादी से बहुत लगाव था इसलिए टोपी ने दादी बदलने की बात कही।

 

प्रश्न 7– पूरे घर में इफ़्फ़न को अपनी दादी से ही विशेष स्नेह क्यों था?

उत्तर –पूरे घर में ही इफ़्फ़न को अपनी दादी से ही विशेष स्नेह था, वैसे तो इफ़्फ़न के पिता,बहन, माता, छोटी बहन सभी उसे प्यार करते थे। घर के बाकी सदस्य उसे कभी कभार डाँट भी देते थे परन्तु दादी उसे कभी नहीं डाँटती थी ।दादी ने कभी उसका दिल नहीं दुखाया था । दादी उसे रात को ढेर सारी कहानियाँ सुनाती थी, उसके  दोस्त टोपी को भी बहुत प्यार करती थीं । यही कारण है कि इफ़्फ़न को अपनी दादी से विशेष स्नेह था।

 

प्रश्न 8– इफ़्फ़न की दादी के देहांत के बाद टोपी को उसका घर खाली- सा क्यों लगने लगा?

उत्तर – इफ़्फ़न की दादी के देहांत के बाद टोपी को उसका घर खाली- सा इसलिए लने लगा क्योंकि उस घर में दादी के अलावा अन्य किसी से उसे अपनापन नहीं मिला। दादी ने ही उसका दुख दर्द समझा। जिस तरह टोपी को अपने घर में अपनापन नहीं मिला उसी तरह इफ़्फ़न की दादी भी अपनी बोली-भाषा के कारण अपने परिवार में अलग -सी होकर रह गई थी।

टोपी और दादी की मुलाकात ने एक दूसरे का दुख समझा और दोनों उम्र का, धर्म का और जाति का भेद किए बिना अटूट बंधन में बंध गए। यही कारण है कि टोपी ने जब इफ़्फ़न की दादी की मृत्यु की बात सुनी तो वह उदास सा हो गया और एकांत में देर तक रोता रहा और उनके देहांत के बाद टोपी को इफ़्फ़न घर खाली- सा इसलिए लगने लगा।

 

 

प्रश्न 9– टोपी और इफ़्फ़न की दादी अलग -अलग मज़हब और जाति के थे पर एक अनजान अटूट रिश्ते में बंधे थे। इस कथन के आलोक में अपने विचार लिखिए।

उत्तर – टोपी और इफ़्फ़न की दादी अलग -अलग मजहब और जाति के थे पर एक अनजान अटूट रिश्ते में बंधे थे। वास्तव में टोपी और इफ़्फ़न की दादी के प्यार के उस मजबूत और अटूट रिश्ते से जुड़े थे, जो उम्र, जाति और धर्म का बंधन नहीं मानता।

टोपी और दादी ने एक दूसरे का दुख समझा, उन्हें एक दूसरे से अपनापन मिला। उनके रिश्ते में किसी तरह का स्वार्थ नहीं था। टोपी दादी के पास आकर अपने सारे दुख भूल जाता था और दादी को भी टोपी के रूप में उन्हें समझने वाला कोई मिल जाता था।

 

प्रश्न10 – टोपी नवीं में दो बार फेल हो गया। बताइए-

(क) जहीन होने के बावजूद भी कक्षा में दो बार फेल होने के क्या कारण थे?

उत्तर –टोपी बुद्धिमान, तेज व मेहनती लड़का था फिर भी वह नवीं कक्षा में दो बार फेल हो गया, इसके दो कारण थे-

1.पहले साल वह पढ़ाई की ओर ध्यान नहीं दे पाया क्योंकि घर के सदस्य टोपी से अपना अपना काम करवाते थे। इसलिए उसे पढ़ने का अवसर ही नहीं मिला।

2.दूसरे साल वह टाइफाइड होने के कारण पढ़ाई न कर सका।

 

(ख) एक ही कक्षा में दो -दो बार बैठने से टोपी को किन भावनात्मक चुनौतियों का सामना करना पड़ा?

उत्तर –एक ही कक्षा में दो- दो बार बैठने से टोपी को निम्नलिखित भावनात्मक चुनौतियों का सामना करना पड़ा-

1.उसके दोस्त उससे आगे निकल गए थे और वह अकेला पड़ गया था, उसका कोई नया दोस्त नहीं बना।

2.उसके साथी ही उसका मजाक उड़ाते थे, वह चुपचाप सहन कर लेता था।

3.संकोच व शर्म के कारण वह किसी से बात नहीं कर पाता था।

4.अध्यापक उसकी उपेक्षा करते थे, उसका अपमान करते थे।

5.उसे घरवालों  के ताने भी सहने पड़ते थे।

 

(ग) टोपी की भावात्मक परेशानियों के मद्देनज़र शिक्षा व्यवस्था में आवश्यक बदलाव सुझाइए।

उत्तर – टोपी जब एक ही कक्षा में दो बार फेल हो गया तो वह अपने आप को भावनात्मक रूप से असुरक्षित महसूस करने लगा और  उदास व निराश रहने लगा। टोपी की भावात्मक परेशानियों के मद्देनज़र रखते हुए आज की शिक्षा व्यवस्था में विशेष बदलाव की आवश्यकता है-

1.भावनात्मक परेशानियों से पीड़ित विद्यार्थियों के  माता -पिता व शिक्षकगण अधिक व उचित ध्यान दें।

2.वैकल्पिक शिक्षा का प्रावधान होना चाहिए।

3.छात्रों को विषय चुनाव की छूट होनी चाहिए।

4.  ऐसे विद्यार्थियों को समय- समय पर प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

5.शिक्षा का उद्देश्य केवल पढ़ाना ही नहीं अपितु सर्वांगीण विकास भी है। विद्यार्थियों को उनकी अन्य प्रतिभा के आधार पर पास किया जा सकता है।

6.कमज़ोर छात्रों एवं फेल होने वाले छात्रों के साथ विनम्रता के साथ पेश आना चाहिए।

 

प्रश्न 11 – इफ़्फ़न की दादी के मायके का घर कस्टोडियन में क्यों चला गया?

उत्तर – कस्टोडियन अर्थात जब किसी संपत्ति का मालिकाना हक नहीं रह जाता तो वह संपत्ति कस्टोडियन की हो जाती है। यह एक ऐसा विभाग है जो लावारिस सम्पत्ति को संरक्षण देता है। इफ़्फ़न की दादी लखनऊ  की रहने वाली थी और जब देश का विभाजन हुआ तब दादी के मायके वाले अपना घर जमीन आदि छोड़कर पाकिस्तान जा बसे ।परिवार के सभी सदस्यों के चले जाने के बाद उनका घर लावारिस हो गया और कस्टोडियन में चला गया।

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