ऋषिकेश यात्रा Rishikesh Trip (उत्तराखंड)
1 min readऋषिकेश यात्रा Rishikesh Trip
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मेरा अनुभव
ऋषिकेश पर्यटन का यह ब्लॉग मेरे स्वयं के अनुभव पर आधारित है और मुझे उम्मीद है कि यह ब्लॉग पाठकों को ऋषिकेश घूमने के लिए प्रेरित तो करेगा ही , घूमने में सहायक भी सिद्ध होगा ।
उत्तराखंड में बसा ऋषिकेश, देहरादून से 43 और हरिद्वार से 24 किलोमीटर दूर समतल स्थान में बसा हुआ एक खूबसूरत शहर है ।
ऋषिकेश को केदारनाथ, बद्रीनाथ,गंगोत्री और यमनोत्री का प्रवेश द्वारा भी माना जाता है कहते है समुद्र मंथन के समय निकला विष शिव जी ने इसी स्थान पर पिया था ।
ऋषिकेश कैसे जाएँ ?
सड़क, वायु और ट्रेन मार्ग आदि के द्वारा ऋषिकेश पहुँचा जा सकता है।
ऋषिकेश तक पहुँचने के लिए पहले हरिद्वार भी आ सकते हैं और सीधे ऋषिकेश भी पहुँच सकते हैं। ऋषिकेश, भारत की राजधानी दिल्ली से 210 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ये शहर भारत के सभी बड़े रेलवे से अच्छी तरीके से जुड़ा हुआ है ।
सब शहरों से बसें ऋषिकेश आती हैं और इसके नज़दीक बड़ा रेलवे स्टेशन है हरिद्वार, जहाँ से देश के हर कोने से ट्रेन जुड़ी है। यदि हवाई यात्रा कर के ऋषिकेश पहुँचना चाहें तो इसके नज़दीक देहरादून एयरपोर्ट है। यहाँ पहुँचकर टैक्सी या बस के द्वारा ऋषिकेश की 34 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी ।
यदि आप दिल्ली, मुंबई या फिर अन्य किसी शहर से ऋषिकेश आना चाहते है तो आप किसी भी साधारण या डिलक्स बस के द्वारा आप ऋषिकेश पहुँच सकते हैं।
ऋषिकेश घूमने के लिए अनुकूल समय
ऋषिकेश घूमने के लिए किसी भी मौसम में जा सकते है लेकिन सर्दियों के समय दिवाली से होली के बीच यहाँ पर सबसे ज्यादा टूरिस्ट घूमने के लिए आते ।ऋषिकेश घूमने का सबसे अच्छा समय मॉनसून है पर लोग उस वक्त राफ्टिंग का मजा नहीं ले सकते। मार्च और अप्रैल का महीना सबसे अच्छा है।
अक्टूबर से लेकर फरवरी तक मे यहाँ का तापमान 19 से 27 डिग्री सेल्सियस रहता है तब घूमने का मज़ा भी अलग आता है ।
इस समय लोग राफ्टिंग का भी मज़ा उठा सकते हैं। मार्च के महीने में काफी गर्मी होती है और तापमान भी काफी बढ़ा हुआ रहता है लेकिन आप आराम से गंगा स्नान का लुत्फ़ भी उठाया ज़ा सकता हैपरंतु गर्मी की वजह से लोग ज़्यादा नहीं आते पर शाम को जब थोड़ी सी ठंडक महसूस होती है तो लोग आनंद उठाते हैं।
ऋषिकेश कैसे घूमे ?
ऋषिकेश घूमने के लिए टूरिस्ट कार या बाइक किराए पर आसानी से मिल जाती जिसके लिए आपका डॉक्यूमेंट सिक्योरिटी के तौर पर जमा किया जाता है ।
यदि आप स्कूटी किराए पर लेना चाहे तो उसका चार्ज 500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से देना होता है जो 2 लोगो के लिए होता है और अलग-अलग बाइक के अलग अलग चार्ज होते है ।
ऋषिकेश घूमने में कितना पैसा खर्च होगा ?
आरामपूर्वक ऋषिकेश घूमने के लिए आपके पास कम से कम 10 से 12,000 रुपए होने चाहिए।
ऋषिकेश घूमने के लिए समय
ऋषिकेश घूमने के लिए कम से कम तीन दिनों की यात्रा की योजना बनानी चाहिए।
ऋषिकेश में रहने के लिए सुविधाजनक स्थान
यदि आप आश्रम में रुकना चाहे तो यहाँ पर कई आश्रम मौजूद है जैसे परमार्थ निकेतन , स्वर्ग आश्रम , गीता भवन , और मधुबन आश्रम इत्यादि जो काफी साफ स्वच्छता के साथ -साथ शुद्ध भोजन का प्रबंध करते हैं तथा यात्रियों के ठहरने लिए काफी सुविधाजनक जगह भी उपलब्ध करवाते हैं ।
इसके अलाव यहाँ पर विभिन्न प्रकार के आश्रम ,रिसोर्ट और कैंपिंग जैसी सुविधाएँ हर बजट में मिल जाएँगी ।
इन आश्रमों में किराए पर भी कमरे उपलब्ध होते हैं। सबसे अच्छी बात तो यह है कि यहाँ आपको ए सी, नॉन ए सी दोनों तरह के कमरे मिल जाएँगे। आप अपने बजट के अनुसार कमरे बुक कर सकते हैं।
यहाँ की लगभग सभी धर्मशालाएँ गंगा नदी के तट पर हैं इसलिए कमरों की बालकनी से गंगा नदी का काफी खूबसूरत दृश्य भी देखने को मिल जाता है। इन आश्रमों के कमरों में रहना किसी शानदार होटल में रहने के बराबर ही है।
ऋषिकेश में खाने के लिए प्रसिद्ध भोजन
त्रिवेणी घाट के पास राजस्थानी रेस्तरां – ऋषिकेश के लोगों के लिए समोसा मुख्य नाश्ता है। स्नैकस , को गर्म कप कॉफी या चाय के साथ जोड़ा जाता है। वैसे तो समोसा शहर के हर नुक्कड़ पर पाया जा सकता है लेकिन त्रिवेणी घाट के पास राजस्थानी रेस्तरां का समोसा लाजवाब है।
शुद्ध घी की मिठाई – ऋषिकेश आएँ तो बेसन की बर्फी, नारियल की बर्फी और बेसन के लड्डू ज़रूर खाने चाहिए। गीता भवन स्वर्गाश्रम के पास शुद्ध घी से बनी मिठाइयाँ मिलती हैं।
तपोवन सराय बद्रीनाथ हाईवे, ग्रीन हिल्स– ऋषिकेश आलू पूरी के लिए जाना जाता है। तपोवन सराय बद्रीनाथ हाईवे, ग्रीन हिल्स में 60 के दशक की द ईट स्टोरी में सूरत की मशहूर आलू ज़रूर ट्राई करें।
चोटीवाला– ऋषिकेश में कई आउटलेट हैं जो छोले भटूरे परोसते हैं लेकिन सबसे अच्छे छोले भटूरे चोटीवाला रेस्टोरेंट में परोसे जाते हैं जो 1958 से छोले भटूरे परोस रहे हैं। यह रेस्टोरेंट ऋषिकेश में स्वर्गाश्रम के पास स्थित है।
मद्रास कैफे– यह एक अच्छा दक्षिण भारतीय रेस्तरां हैं और इस कैफ़े में अनेक प्रकार के दक्षिण भारतीय व्यंजन आपको मिलेंगे पर यहाँ का डोसा बहुत स्वादिष्ट है। यह कैफ़े राम झूला के पास, तपोवन में है।
अगर आप पानी पूरी खाना चाहते हैं तो राम झूला के बगल वाली गली पानी पूरी विक्रेताओं से भरी हुई है।
पप्पू लस्सी – यहाँ मिट्टी के कुल्लहड़ में लस्सी परोसी जाती है और मिट्टी का कुल्लहड़ प्रामाणिक अनुभव और लस्सी के स्वाद को बढ़ाता है। पप्पू लस्सी वाला आपको मायाकुंड ऋषिकेश में मिलेगा।
लक्ष्मण झूला के पास ही प्रेम नमस्ते कैफे, स्वादिष्ट मसाला चाय के लिए जाना जाता है।
लक्ष्मण झूला ब्रिज, शिवानंद नगर में देवराज कॉफ़ी कॉर्नर अपनी स्वादिष्ट कॉफ़ी के लिए मशहूर है।
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ऋषिकेश में लोकप्रिय पर्यटक स्थल
- लक्ष्मण झूला – यह पुल 1889 में स्वामी विश्वानंद की प्रेरणा से लोहे के मजबूत तारों से बनाया गया था। भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने इसी स्थान पर जूट की रस्सियो के सहारे नदी को पार किया था।इस पुल के पश्चिम किनारे पर भगवान लक्ष्मण का मंदिर है और दूसरी ओर भगवान राम का मंदिर है।
- राम झूला- इस पुल का निर्माण1983 में किया गया था। राम झूला ऋषिकेश में गंगा नदी के ऊपर, एक प्रमुख लैंडमार्क पर बना पुल है। यह पुल लक्ष्मण झूला से भी बड़ा पुल है जो स्वर्ग आश्रम और विश्व आनंद आश्रम को साथ में जोड़ता है।
- स्वर्ग आश्रम- जब भी ऋषिकेश जाएँ तो इस आश्रम की झलक देखना जरूर पसंद करें। स्वर्ग आश्रम ऋषिकेश से 5 किलोमीटर की दूरी पर गंगा नदी के पूर्वी तट पर स्थित है।आश्रम को लोकप्रिय हिंदू संदेश आनंद ने बनवाया था।
- नीलकंठ महादेव मंदिर – नीलकंठ महादेव मंदिर ऋषिकेश 5500 फिट की ऊँचाई पर है। ऋषिकेश में नीलकंठ महादेव मंदिर एक प्रमुख और प्राचीन मंदिर है।नीलकंठ महादेव मंदिर ऋषिकेश के सबसे पूजा मंदिरों में से एक माना जाता है।
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