Kasoli Travel Guide, कसौली यात्रा
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Kasoli
कसौली यात्रा
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कसौली हिमाचल प्रदेश का एक सुंदर हिल स्टेशन है। यह शहर अपने शांत वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह सोलन जिले में स्थित है और शिमला से लगभग 77 किलोमीटर की दूरी पर है। कसौली हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित है। यह समुद्र तल से लगभग 1,927 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह शहर अपने शांत वातावरण, सुंदर दृश्यों, और ऐतिहासिक स्थलों के लिए जाना जाता है।कसौली एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जहाँ लोग विभिन्न मौसमों में घूमने आते हैं। प्रसिद्ध लेखक रस्किन बॉन्ड का जन्मस्थान भी कसौली है।
कसौली कैसे पहुंचें:
रेलवे:
कालका रेलवे स्टेशन कसौली का निकटतम रेलवे स्टेशन है।दिल्ली से कालका के लिए दिन भर में पाँच गाड़ियाँ हैं। हिमालयन क्वीन, कालका शताब्दी, पश्चिम एक्सप्रेस और हावड़ा–दिल्ली–कालका मेल से कालका तक पहुँच सकते हैं। उसके आगे कालका से शिमला लाइन पर धर्मपुर स्टेशन तक ट्रेन से जा सकते हैं। चाहे कालका शिमला पेसेन्जर लें या कालका शिमला एक्सप्रेस, हिमालयन क्वीन लें या शिवालिक डीलक्स एक्सप्रेस, ये गाड़ियाँ पहाड़ियों की ख़ूबसूरती का नज़ारा कराती हुई लगभग डेढ़ घंटे में (लगभग 33 किलोमीटर) धर्मपुर पहुँचा देंगी। उसके बाद हिमाचल रोडवेज की बस लेकर यहाँ से केवल 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अपने गंतव्य कसौली पहुँच सकते हैं।
सड़क मार्ग:
दिल्ली, चंडीगढ़ और शिमला जैसे प्रमुख शहरों से कसौली के लिए बसें और टैक्सी उपलब्ध हैं। दिल्ली से कसौली की दूरी 264 किलोमीटर है। चंडीगढ़ और कालका से यह क्रमश: 67 व 35 किलोमीटर है। दिल्ली से हिमाचल रोडवेज की बसों के अलावा निजी बसें भी चलती हैं। चंडीगढ़ और कालका से भी रोडवेज की नियमित बसें मिलती हैं। दिल्ली से अंबाला तक एनएच-1 पर और अंबाला से कसौली के लिए एनएच- 22 पर जा सकते हैं।
वायुमार्ग – कसौली का नजदीकी हवाई अड्डा चंडीगढ़ में है, जो कि 65 किलोमीटर है। दिल्ली से चंडीगढ़ के लिए दिन भर में अनेक उड़ाने हैं। इंडियन एयरलाइंस, किंगफिशर, जेट एयर, जेट लाइट की उड़ाने प्रतिदिन हैं।
कसौली में ठहरने के लिए:होटल:
कसौली में विभिन्न प्रकार के होटल और रिसॉर्ट उपलब्ध हैं।
होमस्टे:
कसौली में कुछ होमस्टे भी उपलब्ध हैं, जो बजट यात्रियों के लिए एक अच्छा विकल्प हैं।
कसौली का मौसम:
मई से सितंबर तक, मौसम सुखद होता है। नवंबर से मार्च तक, तापमान ठंडा रहता है, और कभी–कभी बर्फबारी भी होती है। मानसून के दौरान (जुलाई से सितंबर) मौसम नम और ठंडा होता है। अप्रैल, मई और जून में सुखद गर्म दिन और ठंडी रातों का आनंद लेने के लिए पर्यटक कसौली की यात्रा करना पसंद करते हैं! यहाँ तक कि अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर, जनवरी, फरवरी और मार्च भी यहाँ आने के लिए पसंदीदा समय है क्योंकि यह एक ऐसा मौसम है जिसमें पर्यटकों को ठंडा लेकिन सुखद मौसम मिलता है।
जून में क्या पहने ?
गर्म कपड़े: गर्मियों के महीनों में भी, कसौली में शामें ठंडी हो सकती हैं, इसलिए हल्के ऊनी कपड़े, जैसे स्वेटर, शॉल और जैकेट पैक करें। यदि आप सर्दियों के दौरान यात्रा कर रहे हैं, तो भारी ऊनी कपड़े, थर्मल वियर, दस्ताने और गर्म टोपी पैक करें।
कसौली में कितने दिन का ट्रिप बना सकते है?
कसौली को 3 दिनों में सबसे अच्छी तरह से कवर किया जा सकता है। आप सुबह जल्दी दिल्ली से शुरू कर सकते हैं और रात 11-12 बजे तक कसौली पहुँच सकते हैं, जिसमें स्टॉप भी शामिल हैं।
कसौली में घूमने योग्य स्थान-
क्राइस्ट चर्च-
यह चर्च अपनी खूबसूरत वास्तुकला और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है।क्राइस्ट चर्च कसौली बस स्टैंड से नजदीक और माल रोड के पास स्थित है। यह हिमाचल प्रदेश का सबसे पुराना चर्च है। चर्च सुंदर देवदार के पेड़ों के बीच स्थित है।कसौली में बैपटिस्ट चर्च (Baptist Church) पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए शहर के सबसे लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है, जिसे वर्ष 1923 में अंग्रेजों द्वारा बनाया गया था। यहां का आर्किटेक्चर देखने के लिए पर्यटक दूर– दूर से आते हैं। बता दें, साल 2008 में भीषण आग में चर्च नष्ट हो गया था और इसका सारा आंतरिक सामान जलकर नष्ट हो गया था। हालांकि, इसका फिर से निर्माण किया। अब यह कसौली में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
मॉल रोड:
कसौली का मुख्य शॉपिंग और रेस्तरां क्षेत्र।
सनसेट पॉइंट:
यह एक शानदार स्थान है जहाँ से सूर्यास्त के सुंदर दृश्य देखे जा सकते हैं।सनसेट पॉइंट के पास, एक पगडंडी या रास्ता है जिसे लवर्स लेन के नाम से जाना जाता है, जो घाटियों और कसौली के कुछ सबसे शांत और लुभावने दृश्यों के बीच एक और शांत रास्ता है।हालाँकि, अंधेरा होने से पहले या देर शाम होने से पहले इस क्षेत्र को छोड़ देना बेहतर है क्योंकि यह एक अजीब जगह है जहाँ बहुत अधिक सुविधाएँ नहीं हैं।
मंकी पॉइंट / हनुमान मंदिर-
यह मंदिर हनुमान जी से जुड़ा हुआ है और एक लोकप्रिय धार्मिक स्थल है।अपरमाल ‘मंकी प्वाइंट‘ तक जाता है, जो कसौली का सबसे ऊँचा स्थान है। यह स्थान अब भारतीय सेना के अधिकार क्षेत्र में है, अतः वहाँ जाने के अनेक प्रबन्ध हैं। यहाँश्रीराम केभक्त हनुमान का मंदिर भी है। कहते हैं कि भगवान हनुमान ने लक्ष्मण की जान बचाने के लिए संजीवनी बूटी लेने जाते समय छलांक के पूर्व कसौली के इस प्वाइंट पर भी कदम रखे थे। कसौली के सबसे ऊँचे इस प्वाइंट पर हनुमान के मन्दिर तक श्रद्धालुओं के साथ–साथ पर्यटक भी बहुत आते हैं।
कसौली का मंकी पॉइंट शहर का सबसे ऊँचा स्थान है और यहां के सबसे प्रसिद्ध आकर्षणों में से एक है। बस स्टैंड से महज 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस स्थान पर भगवान हनुमान को समर्पित एक छोटा सा मंदिर है, जहां बंदरों की भीड़ रहती है। शहर का सबसे ऊंचा स्थान होने के कारण, मंकी पॉइंट से आसपास के शहरों चंडीगढ़, कालका, पंचकुला और सतलुज नदी का अद्भूत दृश्य दिखाई देता है। अगर आप भी रामायणकाल से जुड़े इतिहास को करीब से देखना चाहते हैं, तो कसौली में आकर मंकी पॉइंट पर घूमने जरूर जाएं।
सनराइज पॉइंट-
यहाँ से सुबह का सूर्योदय देखने का सुंदर दृश्य मिलता है।
बाबा बालक नाथ मंदिर
बाबा बालक नाथ मंदिर, एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। यह गुफा मंदिर भगवान शिव के प्रबल अनुयायी बाबा बालक नाथ को समर्पित है। यह मंदिर कसौली से 3.5 किलोमीटर की दूरी पर है।स्थानीय लोगों का कहना है कि निसंतान दंपति की मनोकामना बाबा जरूर पूरी करते है। बाबा बालकनाथ को कार्तिकेय का अवतार माना जाता है।कसौली का यह सबसे बड़ा मंदिर माना जाता है। आप बस या टैक्सी द्वारा आसानी से यहाँ पहुँच सकते हो। यह मंदिर सुबह में 9 बजे से 12 बजे तक और शाम को 4 बजे से 7-30 तक खुला रहता है।
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अपने बच्चों के साथ लें टॉय ट्रेन का भी भरपूर मजा लें –
कसौली घूमने अगर आप अपने बच्चों के साथ आएँ हैं, तो उन्हें टॉय ट्रेन राइड जरूर कराएँ । जितनी सुंदर टॉय ट्रेन हैं, उतना ही सुंदर आपको नजारे देखने को मिलेंगे। टॉय ट्रेन का जिक्र यूनेस्को की विश्व धरोहर लिस्ट में भी है। ये ट्रेन खूबसूरत हरी पहाड़ियों और देवदार के जंगलों के बीच यात्रा कराती है। आप धरमपुर (कसौली से 10 किलोमीटर) से यात्रा कर सकते है और बड़ोग तक ट्रेन ले सकते हैं और वापस आ सकते हैं। आपको बता दें, बड़ोग में एक विशाल सुरंग है जिसे पार करने में 3 मिनट का समय लगता है। ट्रेन में उस समय अंधेरा छा जाता है, लेकिन जब ट्रेन सुरंग से बाहर आती है, तो आप खिड़की से प्राकृतिक दृश्यों को देखकर आश्चर्यचकित हो जाएंगे।
टिम्बर ट्रेल में बैठने का मौका हाथ से न जाने दें-
अगर आप बादलों के बीच में खड़े होकर शानदार नजारों का मजा लेना चाहते हैं, तो टिम्बर ट्रेल केबल कार की सवारी कर सकते हैं। सड़क के जरिए टिम्बर ट्रेल से कसौली की दूरी लगभग 24 किलोमीटर है। टिम्बर ट्रेल केबल कार की सवारी लगभग 10 मिनट लंबी है। इसमें बैठने के बाद आप गहरी घाटियों और ऊंची चट्टानों का अद्भूत दृश्य देख सकेंगे।
ग्रेनेड प्वाइंट-
यहाँ से शहर के आसपास के सुंदर दृश्य देखे जा सकते हैं।
बर्ड वॉचिंग-
कसौली पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों के लिए प्रसिद्ध है, जो यहाँ के जंगलों में पाई जाती हैं।
ट्रेकिंग-
कसौली के आसपास विभिन्न ट्रेकिंग के रास्ते उपलब्ध हैं, जो प्रकृति प्रेमियों के लिए शानदार हैं।
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