Ayodhya Tripअयोध्या यात्रा,श्री राम जन्मभूमि अयोध्या
1 min readअयोध्या यात्रा श्री राम जन्मभूमि पावन अयोध्या नगरी
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अयोध्या के लिए कितने दिनों की योजना बनाएँ –
ठीक से अयोध्या सहित आस -पास के स्थानों को देखने के लिए कम से कम 3 दिन की योजना बनाएँ ।सिर्फ़ अयोध्या के लिए कम से कम पूरे 1 दिन का समय रखें।
कैसे पहुँचे अयोध्या –
सड़क, वायु और रेल मार्ग आदि के द्वारा अयोध्या पहुँचा जा सकता है। सभी बड़े शहर अयोध्या सड़क मार्ग से जुड़े हुए हैं , यहाँ आप अपने वाहनों से,सरकारी व निजी बसों से भी जा सकते हैं । दिल्ली से अयोध्या के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की UPSTRTC बस सेवा भी उपलब्ध है।
दिल्ली,पटना व आगरा से अयोध्या पहुंचने में 11 घंटे का समय लगता है। जयपुर ,भोपाल से 13 घंटे, अहमदाबाद से 34 घंटे, मुंबई से 38 घंटे ,लखनऊ और गोरखपुर से 2.25 घंटे ।इलाहाबाद ,बनारस से 2.30 घंटे , रांची से 20 घंटे, रायपुर से 19 घंटे, चंडीगढ़ और इंदौर से 15 घंटे का समय लगता है ।
दिल्ली से अयोध्या जाने के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह 6:10 पर चलती है और 2:30 बजे अयोध्या पहुँचती है। यह ट्रेन सप्ताह में 6 दिन चलती है – सोम ,मंगल, गुरु, शुक्र, शनि और रवि।
दिल्ली से ही अयोध्या एक्सप्रेस शाम को 6:20 पर चलती है और सुबह 7:15 पर अयोध्या पहुँचती है और यह सप्ताह के सातों दिन चलती है।
दिल्ली से 8:25 पर कैफियत एक्सप्रेस चलती है और 6:56 पर अयोध्या पहुँचती है , यह भी सप्ताह के सातों दिन चलती है।
अमृतसर से सरयू यमुना एक्सप्रेस 1:00 बजे चलकर 8:51 पर अयोध्या पहुँचती है और यह सोम, बुध और शनि को चलती है ।
अहमदाबाद से साबरमती एक्सप्रेस रात को 11:10 पर चलती है और सुबह 4:22 पर अयोध्या पहुँचती है। यह सोम, मंगल, गुरु और शनिवार को चलती है।
जयपुर से मरुधर एक्सप्रेस दोपहर 1:40 पर चलकर, 4:43 पर अयोध्या पहुँचती है और यह सोम, गुरु और शनिवार को चलती है।
कोलकाता से KOAA JAT एक्सप्रेस दोपहर 11:45 पर चलकर , सुबह 6:21 पर अयोध्या पहुँचती है और रोज़ चलती है।
बेंगलुरु से YPR GKP एक्सप्रेस रात 11: 40 पर चलकर दोपहर 4:24 पर अयोध्या पहुँचती है और यह सिर्फ बुधवार को चलती है।
मुंबई से साकेत एक्सप्रेस सुबह 6:00 बजे चलकर अगले दिन सुबह 8:00 बजे अयोध्या पहुँचती है और यह बुधवार और शनिवार को चलती है
इंदौर से INDB PNBE एक्सप्रेस दोपहर 1:55 पर चलकर अगले दिन सुबह 7:45 पर अयोध्या पहुँच जाती है और यह सिर्फ शनिवार को चलती है
भोपाल से YPR GKP एक्सप्रेस रात को 3:35 पर चलकर अगले दिन दोपहर 4:24 पर अयोध्या पहुँच जाती है और यह सिर्फ शनिवार को चलती है।
रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों को अयोध्या जी से जोड़ने वाली अनेक रेलगाड़ियाँ चलाने की योजना बनाई है। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, पुणे, कोलकाता ,नागपुर, लखनऊ ,जम्मू और कश्मीर सहित अनेक शहरों से ट्रेन चलाने की योजना है।
अयोध्या पहुँचने के लिए फरवरी 2024 से स्पाइसजेट, आकासा और एयर इंडिया की फ्लाइट्स भी शुरू हो रही है
सभी बड़े शहरों की सड़कें अयोध्या सड़क मार्ग से जुड़ी हुई है यहाँ अपनी वाहनों से भी जाया जा सकता है और सरकारी व निजी बसों से भी पहुंचा जा सकता है अयोध्या के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की UPSRTC कि बस सेवा भी उपलब्ध है
भक्त सामान्य रूप से अपने वाहनों से भी अयोध्या जा सकते हैं। हनुमान गढ़ी और कनक भवन का मार्ग संकरा होने के कारण येलो ज़ोन से वाहन पास कराना होता है शेष अयोध्या में कोई परेशानी नहीं है।
शहर में एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए टैक्सी मिल जाती है, जन्म स्थान पर ई गोल्फ कार्ट की व्यवस्था है।
अयोध्या के सभी प्रवेश मार्गों पर वाहन पार्किंग बनाई गई है।
– आप राम जन्मभूमि परिसर के अंदर निजी सामान जैसे फ़ोन, वॉलेट ,चार्जर, पैन, नोटबुक नहीं ले जा सकते। परिसर में लॉकर निशुल्क है वहीं पर अपना समान जमा करवा सकते हैं ।
-पूरे शहर के लिए ई बसें शुरू की जा रही है ,इसके अलावा गोल्फ कार्ट भी उपलब्ध है जिसका किराया प्रति व्यक्ति ₹50 होगा।
-मौसम और पर्व के लिहाज से अयोध्या जाने का सबसे अच्छा समय मार्च, अप्रैल, मई ,अक्टूबर ,नवंबर और दिसंबर के महीने हैं।
-राम मंदिर में बुजुर्गों और दिव्यांगों भक्तों के लिए व्हील चेयर लिफ्ट की व्यवस्था निशुल्क उपलब्ध है।
-अयोध्या के अलावा लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, यह अयोध्या से लगभग 152 किलोमीटर दूर है। गोरखपु,र प्रयागराज और वाराणसी हवाई अड्डों के बीच की दूरी क्रमशः 158 किलोमीटर 172 किलोमीटर और 224 किलोमीटर है।
-अयोध्या के लिए लखनऊ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से टैक्सी मिल जाएगी करीब ₹3000 में टैक्सी बुक करके लखनऊ से अयोध्या जा सकते हैं।
-रामलला के मंदिर के ठीक बाहर अमावा पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट की रामरसोई है ,राम रसोई में रामलला के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को यहाँ आधार कार्ड दिखाने से नी शुल्क भोजन मिलता है।
-अयोध्या में राम मंदिर में दर्शन के दौरान कम से कम पाँच चौकियाँ हैं जहाँ आपको सुरक्षा जाँच से गुजरना पड़ता है।
-अगर अचानक किसी चिकित्सा सहायता की जरूरत पड़ती है तो राम मंदिर का चिकित्सा शिविर है इसके अलावा नज़दीक ही श्रीराम अस्पताल भी है।
-हेल्प लाइन सहायता के लिए रामजन्मभूमि थाना SHO से 9454403310 पर और रामजन्मभूमि हेल्प डेस्क 0 527 829 2000 पर संपर्क कर सकते हैं
-राम मंदिर परिसर के मुख्य प्रवेश द्वार से मंदिर की दूरी करीब 200 मीटर है यहाँ से मंदिर तक पहुँचने के लिए बुजुर्गों और विकलांगों के लिए व्हीलचेयर की सुविधा भी उपलब्ध है।
-मंदिर में आप को सिंह द्वार से होते हुए 32 सीढ़ी चढ़ कर राम मंदिर में प्रवेश मिलेगा, इसके बाद आप पाँच मंडप पार कर के गर्भगृह में रामलला के दर्शन 30 फिट की दूरी से ही कर सकते हैं।
अयोध्या में रहने के लिए सुविधाजनक स्थान…
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अयोध्या में रुकने के लिए पांच से आठ किलोमीटर के दायरे में अनेक होटल उपलब्ध है जैसे शाने अवध होटल, तारा जी रिसॉर्ट ,कृष्णा होटल और इन सभी होटलों का किराया 1000 से लेकर 10,000 के बीच है। समय के साथ अयोध्या में रुकने की व्यवस्था का दायरा बढ़ाया जा रहा है राम मंदिर के आसपास ही ठहरने के लिए अनेक धर्मशालाएँ और होटल हैं ।
1.जैन धर्मशाला का किराया 500 से 2000 तक है और यह राम मंदिर से डेढ़ किलो मीटर की दूरी पर है।
फ़ोन नम्बर 6260 363 801
2.राम होटल का किराया 1000 से 3000 तक है यह में राम मंदिर से एक किलोमीटर की दूरी पर है।
फ़ोन नंबर है 941 51 40676
3.रामप्रस्थ होटल का किराया भी 1000 से 3000 के बीच है, यह राम मंदिर से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। फ़ोन नंबर है 811 50,000098
3.रामायणम होटल का किराया ₹20,000 तक है, यह राम मंदिर से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
4.रामलला कुटीर का किराया ₹5000 है यह राम मंदिर से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है
5.कनक महल का किराया 1000 से 3000 के बीच है और यह राम मंदिर से दो किलोमीटर दूरी पर स्थित है ।
फ़ोन नंबर है 968 295 8388
6.राम वैदेही मंदिर धर्मशाला का किराया 1000 से 3000 के बीच है, यह राम मंदिर से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। फ़ोन नंबर है 700 88,000
भक्तों के लिए राममंदिर खुलने का समय –
राममंदिर सुबह 6:30 से दोपहर 12:00 बजे तक खुलता है।
दोपहर 2:30 से रात को 10:00 बजे तक खुला रहता है।
दोपहर 12:00 बजे से 2:30 तक भगवान श्री राम के विश्राम का समय निश्चित है। इस दौरान गर्भगृह के दरवाजे बंद रहेंगे।
– मंगला आरती और शृंगार आरती सभी को देखने के लिए नहीं मिलेगी।
-भोग और संध्या आरती में सभी भक्तजन शामिल हो सकेंगे।
समय समय पर रामलला की आरती देखी जा सकती है –
मंगला आरती – सुबह 4:30 पर
शृंगार आरती- सुबह 6:30 से 7:00 बजे
भोग आरती – सुबह 11:30 पर
मध्याह्न आरती – दोपहर 2:30 पर
संध्या आरती – शाम 6:30 पर
शयन आरती- 8:30 से 9:00 बजे तक
आरती में शामिल होने का तरीका –
आरती में शामिल होने के लिए पास बनवाया जाएगा, ऑफलाइन पास श्रीराम जन्मभूमि कैंप ऑफिस से बनता है इसके लिए आईडी प्रूफ देना अनिवार्य है।
http://online.srjbtkshetra.org/#aarti पर जाकर ऑनलाइन पास के लिए रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।
कुछ समय बाद मंदिर में वीआईपी दर्शन की व्यवस्था भी की जाएगी।
-परिसर में ही भक्तों के लिए निशुल्क प्रसाद की व्यवस्था है।राम मंदिर में भक्तों को प्रसाद बाँटने के लिए मशीनें लगाई गई हैं, ये मशीनें परिसर में भक्तों के वापसी के रास्ते पर स्थापित है। भक्तों को इलायची दाने का प्रसाद दिया जाएगा ,यह चीनी और इलायची को मिलाकर बनाया जाता है।
-विशेष अनुमति के साथ भक्त शाकाहारी और शुद्ध मिठाई फल व मेवे आदि का भोग लगवा सकते हैं। सुरक्षा कारणों से रामलला के मंदिर में भगवान को अर्पित करने के लिए नारियल, फूलमाला ,शृंगार या कोई और चीज़ भक्त नहीं ले जा सकते ।
पूरी अयोध्या में शाकाहारी भोजन ही उपलब्ध है कई होटलों में बिना प्याज और लहसुन से बना भोजन मिलता है जैसे जानकी महल और जैन धर्मशाला में भी बिना प्याज और लहसुन का भोजन उपलब्ध है।
अयोध्या में प्रमुख दर्शनीय स्थल –
अयोध्या में राम मंदिर दर्शन के अलावा भगवान राम से जुड़ें अनेक स्थान हैं इन स्थानों पर भगवान राम के चिन्ह मौजूद हैं यह स्थान राम मंदिर के आसपास ही है।
हनुमान गढ़ी – यह राम मंदिर से 500 मीटर की दूरी पर स्थित है, राम मंदिर जाने से पहले हनुमान मंदिर के दर्शन करने की परंपरा रही है। मंदिर में जो मूर्ति है उसमें हनुमान जी माँ अंजनी की गोद में है।
कनक भवन– यह राम मंदिर से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। माता केकई ने श्रीराम और देवी सीता को यह भवन उपहार में दिया था। यह उनका व्यक्तिगत महल था ।1885 में ओरछा रियासत की महारानी वृषभानु कुंवरी जू देवी ने वर्तमान भवन का निर्माण करवाया था। मंदिर के मुख्य गर्भगृह में श्रीराम और माता सीता जी की प्रतिमा स्थापित है ।इसके खुलने का समय है -सुबह 9:00 बजे से दोपहर 11:30 तक और शाम 4:30 से रात 9:30 तक।
रंग महल – यह राम मंदिर से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इस मंदिर के संत खुद को सीताजी की सखी मानते हैं मान्यता है कि विवाह के बाद इस मंदिर में माता सीता की मुँह दिखाई की रस्म हुई थी।
छोटी देवकाली-यह राम मंदिर से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह माता सीता की कुलदेवी का मंदिर है। मान्यता यह है कि उन्होंने यहाँ माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित की थी और वह यहाँ पूजा करने आती थी ।यह मंदिर सुबह से रात तक खुला रहता है।
सीता रसोई– यह राम मंदिर से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।राम जन्मभूमि के उत्तर पश्चिमी किनारे पर स्थित सीता की रसोई एक प्राचीन रसोई है, इसका उपयोग सीताजी किया करती थी और यह सुबह से रात तक खुला रहता है।
सरयू तट– यह राम मंदिर से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अयोध्या में 14 प्राचीन घाट है ,हर घाट से जुड़ी कुछ प्राचीन मान्यताएँ हैं। पर्व के समय इन घाटों पर भक्त पवित्र स्नान करने के लिए जाते हैं, सरयू तट पर आरती का समय शाम 6-7 बजे के बीच है ।
दशरथ महल– यह राम मंदिर से 700 मीटर की दूरी पर स्थित है यह महल राजा दशरथ ने बनवाया था हालांकि बाद में इसका कई बार जीर्णोद्धार हुआ। यहाँ भगवान राम ,माता सीता ,लक्ष्मण और भरत की मूर्तियाँ हैं।
रामलला सदन– राम मंदिर से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह अयोध्या का पहला ऐसा मंदिर है जिसे द्रविड़ शैली में बनाया गया है ।यहाँ भगवान राम के कुल देवता भगवान विष्णु के स्वरूप भगवान रंगनाथन का मंदिर है।
मणिरामदास छावनी-यह राम मंदिर से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इस मंदिर में आमने सामने दो हवेलियाँ है। वाल्मीकिजी भवन की दो मंज़िलों की दीवारों पर संपूर्ण वाल्मीकि रामायण अंकित है।
नागेश्वरनाथ महादेव दर्शन– यह राम मंदिर से दो किलोमीटर की दूरी उपस्थित हैं ।भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर राम की पैड़ी में स्थित है ,ऐसी मान्यता है कि इसका निर्माण श्रीराम के छोटे पुत्र कुश ने करवाया था।
भरत कुंड -यह अयोध्या से 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ श्री राम की पादुका रखकर भारत ने यहीं से 14 साल शासन किया था।
गुप्त घाट -यह अयोध्या से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ।श्री राम जी ने यही जल समाधि ली थी और वे यहीं से साकेत धाम चले गए थे।
मखभूमि– यह अयोध्या से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ।यहीं श्रीराम के जन्म के लिए राजा दशरथ ने यज्ञ किया था।
सूर्यकुंड -यह अयोध्या से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जहाँ भगवान सूर्य का मंदिर और कुंड है।
अयोध्या में मनाए जाने वाले प्रमुख को उत्सव –
1.अयोध्या में राम नवमी दीपावली दोनों पर खासा उत्साह का माहौल होता है इन दिनों यहाँ भक्त बड़ी संख्या में आते हैं चैत्र कार्तिक और सावन में यहाँ बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।
2.सावन झूला मेला जुलाई अगस्त में मनाया जाता है।
3.अक्टूबर नवंबर में 14 कोसी परिक्रमा के साथ यहाँ कार्तिक मेला लगता है।
4.हर माह पूर्णिमा पर सरयू स्नान के दौरान यहाँ उत्सव का माहौल होता है।
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